यहां बना है दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर, भारत से भेजे गए थे 13,499 पत्थर
न्यूजर्सी (अमेरिका) के रॉबिंसविले में स्थित स्वामीनारायण संप्रदाय का यह मंदिर भारत के बाहर पहला सबसे बड़ा मंदिर है। मंदिर का निर्माण बोचासनवासी अक्षर पुरषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने करवाया है।
अक्षरधाम मंदिर क्षेत्रफल के हिसाब से (162 एकड़) विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है। वर्तमान में सबसे बड़ा मंदिर तमिलनाडु के श्रीरंगम में 156 एकड़ में बना श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर है।लगा है 68 हजार क्युबिक फीट इटालियन करारा मार्बल...
- यह मंदिर 134 फुट लंबा और 87 फुट चौड़ा है। इसमें 108 खंभे और तीन गर्भगृह हैं, न्यूजर्सी के रॉबिन्सविले शहर में स्थित यह मंदिर शिल्पशास्त्र के मुताबिक बनाया गया है।
- अक्षरधाम मंदिर अमेरिका के कई शहरों में बने हैं। एटलांटा, ह्यूस्टन, शिकागो, लॉस एंजिलिस सहित कनाडा के टोरंटो में भी मंदिर हैं।
- इसकी मूल संस्था बीएपीएस (बोकसंवासी श्रीअक्षर पुरूषोत्तम स्वामी नारायण संस्था) द्वारा गांधी नगर गुजरात और दिल्ली के यमुना तट पर बने मंदिर विशाल हैं।
- गांधीनगर का मंदिर 23 एकड़ जबकि दिल्ली का 60 एकड़ में बना है। लेकिन राबिंसविल का मंदिर न केवल इनसे बड़ा बल्कि विश्व के किसी भी दूसरे मंदिर से ज्यादा बड़ा है।
- इस मंदिर में 68 हजार क्युबिक फीट इटालियन करारा मार्बल का उपयोग हुआ है। मंदिर की कलात्मक डिजाइन के लिए 13,499 पत्थरों का उपयोग किया गया है।
- पत्थरों पर नक्काशी का पूरा काम भारत में ही करवाया गया है। नक्काशी का काम पूरा हो जाने के बाद इन्हें समुद्री रास्ते से न्यूजर्सी पहुंचाया गया था।
1000 सालों तक यूं ही खड़ा रहेगा मंदिर
- अमेरिकन पत्रकार स्टीव ट्रेडर ने बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर के दर्शन कर न्यूजवर्क्स साइट पर लिखा है, ‘मंदिर में प्रवेश करने के बाद अद्भुत कलाकृतियों पर से नजरें हटाना बहुत मुश्किल है।'
- इसके अलावा मंदिर के इंटीरियर के अलावा आउटर भी इस तरह तैयार किया गया है कि यह मंदिर 1000 सालों तक यूं ही खड़ा रहेगा।
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